सोचो...... तुमको कौन मिला है.... कौन तुम्हारा साथी है.....☝
बाबा ने लाखों करोड़ो में से कहाँ कहाँ से चुन कर हमे इतनी पालना दी, इतना बहुमूल्य ज्ञान दिया...तो विचार करो...... अगर हमने भी आम लोगो जैसे पार्ट बजाया तो क्या फायदा ??
यह बात बाबा को अच्छी लगेगी ?? इसलिए अभी इस दुनिया से कोई लगाव नही होना चाहिए ।
क्योकि यह दुनिया हमारे लिए नही है । किसी के ऊपर आशिक होना या किसी को अपने ऊपर आशिक होने देना... इन सब बातो से और ऐसी दुनिया से बाबा ने हमे न्यारा बना दिया है । आज की दुनिया जिस आधार पर रहती है, बाबा के बच्चे उसे सूक्ष्म में भी अपना आधार नही बना सकते ।
बाबा ने जन्मते ही हमको पवित्रता का बल दिया, तब सुख शान्ति हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है । किसी के लिए कटु वचन बोलना, घृणा करना यह भी अपवित्रता है ।कितना भी कोई रॉंग काम करने वाले हों...... वह जाने, भगवान जाने । सच का कुछ पता नही है तो हम क्यों बुद्धि चलाये ।
हम क्यों बोले कि यह होना चाहिए, यह नही होना चाहिए । अंदर में यह ख्यालात चलना भी अशांति फैलाता है । तो अंदर से अपने को शांत, धीरज वाला बनाना माना स्वयं को सुखी बनाना है । बुद्धि की लाइन क्लियर हो, एक बाबा की तरफ ही बुद्धि योग हो तब तो शांत रह सकेंगे।
इसलिए सब से पहले अपनी बुद्धि की लाइन क्लियर रखो तो कोई भी काम वा पुरुषार्थ मुश्किल नही लगेगा । हम यह सहन कर रहें हैं... यह फीलिंग नही होगी । ऐसा लगेगा सचमुच यह जीवन बहुत सुखी है, शांतमय है ।
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