Amritvela is very important to the Brahman Life.....!!
अमृतवेला शुभवेला है।अमृत पीने की वेला।
ये वेला रात ढलने व दिन होने के बीच का समय है।
पूर्वान्ह 2 बजे से लेकर पूर्वाह्न 5 बजे तक का समय ।
Amritvela starts from 2a.m and ends at 5a.m
* इसे अमृत वेला क्यों कहते हैं?why it is called as amritvela??
क्योंकि स्वयं शिव बाबा व ब्रह्मा बाबा अपना -अपना घर छोड़ कर हम बच्चों के घर हम से मिलने आते हैं।अपने परम धाम व सूक्ष्म धाम को छोड़ कर हमारे धाम स्थूल वतन में प्रवेश करते हैं।
बच्चो को लाड़ प्यार दुलार देने
सुख ,शांति, प्रेम ,आनंद देने ।
पवित्रता ,शक्ति देने।
जैसे बच्चा अपनी माँ को सारा दिन खुद चिपके तो अलग बात है और काम ख़तम करके माँ खाली जब हो जाए खुद बच्चे को प्यार दुलार पुचकार करे तो उसमे फ़र्क है ।
ऐसे ही बाबा के पास स्वयं जाना और उनका खुद आकर हमे स्नेह देना दोनो में फर्क है।
अमृतवेले खुद बाबा दाता बनकर देने आते हैं। तो लेने में भी आनंद है।इस समय हम बच्चे अधिकारी होते हैं। और बाबा खुश होते हैं वा सब कुछ लुटाने के मूड में होते है।
जो चाहे इस वक्त मांग लो।
अपनी डिमांड रखो। अपने दुःख दर्द सब बयाँ करो। वो ना नही करेंगे ।वा सब कुछ हमारे लिए करने की कोशिश करेंगे ।
बाकी समय हम खुद उनके घर परमधाम जाकर मांगते हैं।
अमृतवेले के समय अधिकतर आत्माएं सोयी होती हैं ।
इस वजह से वाता वरण शान्त होता है। दिन में तो शोर , हलचल होती है ।सभी आत्माओ के व्यर्थ और नेगेटिव संकल्पों की भीड़ होती है।
पर अमृतवेले विचारों का ट्रैफिक बंद होता है।
बाबा और हमारे मार्ग पर शांति होती है कोई संकल्पों का ट्रैफिक जाम नही होता ।इस तरह एक तो बाबा नजदीक होते हैं ।दूसरा रास्ते साफ़ ।तो हम बाबा तक फ़ास्ट स्पीड से असानी से और शीघ्रता से बिना थके पहुँच सकते हैं।
फिर जितना मर्जी जो चाहे बाबा से ले लो।
विधि :----(Method )
अमृतवेले उठ कर फ्रेश होकर अलग स्थान पर बैठ कर पहले अपने को देखो फिर अपने को भृकुटी में देखो। मन बुद्धि को केन्द्रित करो ।अब देखो बाबा सितारा आपके कमरे की छत पर चमक रहे हैं ।वहां अपना ध्यान लगाओ ।बुद्धि रुपी पात्र खोल दो ।मन की तार बाबा से जोड़ दो।
अब उनसे करंट लो ।उनकी शक्तियों को अपने अंदर एबसोर्ब करो व उनके गुणों को रिसिव करो।फिर आप उनसे जो मांगना चाहते है।वो कहो ।अपनी समस्या अपना कोई विशेष कार्य वा जिसमे आप सफलता चाहते हो वो कहो।
जितना हो सकेगा बाबा अवश्य करेंगे ।
सेवा(Seva)
इस समय बाबा आपके साथ हैं वो आपको दे रहे हैं और आप जिसका भी कल्याण करना चाहते हो। उस आत्मा को सामने लाओ ।और उस पर सुख शांति की वर्षा करो। उसे स्वस्थ प्रदान करो । और भी आशीर्वाद कर सकते हो।किसी को समझाना हो। ज्ञान में लाना हो उस समय अपने संकल्प
उन्हें भेजो वो आत्मा इन vibs को कैच करेंगी क्योंकि सोते हुए आत्मा अशरीरी होती है।
फिर ग्लोब को सामने रख शीतलता की और अपने सहारे की किरणे फैलाओ तो अवश्य उन्हें पहुंचेंगी। इस से हमारा पुन्य जमा होगा। ये भविष्य की कमाई का समय है ।
हिसाब किताब(karmic a/c)
अगर आपका किसी आत्मा के साथ कड़ा हिसाब किताब है। तो बाबा दलाल बन कर आपका हिसाब किताब उस आत्मा के साथ पूरा करा देंगे। बाबा आपके सामने हैं। आप अपने सामने उस आत्मा को रखो। बाबा से positive रेज़ लो और उस आत्मा पर डालो । उसे अवश्य शांति भी मिलेगी शीतलता भी मिलेगी और वो आत्मा बात को समझेगी भी। आप उसे सामने रख मन ही मन उस से बात करो ।विघ्न(obstacles)
निद्रा अमृतवेले सबसे बड़ा विघ्न है।निंद्रा हमे जगने नही देती ।अविनाशी कमाई करने नही देती।जिससे न हम अपनी इच्छा पूर्ती कर पाते हैं ।न सफलता मिलती है।
न हिसाब किताब पूरे हो पाते है।
न हमारे में कोई बदलाव आता है
न शक्ति शाली बन पाते है।
अमृतवेला हर ब्राह्मण आत्मा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।इसमें हमारा ही फायदा है।
बाबा का लाड़ प्यार पाने की ये उतम बेला है। इसलिए निद्रा जीत बनना है ।क्योंकि बाप का स्नेह अब थोड़े समय के लिए ही रहा है।
इसके बाद ये कल्प के बाद ही मिलेगा। अगर अभी नही लिया तो कल्प कल्प के लिए इसे हम खो देंगे।
अभी हम बाबा के कितने भाग्य शाली बच्चे हैं जो बाबा स्वयं हम तक पहुँच कर हमे मिलने आते हैं। और अपने हाथों जो चाहो वो देते हैं।
हे आत्माओं जागो , समझो, निद्रा त्यागो और बाबा की प्राप्तियों से अपने आप को माला माल कर लो।अभी नही तो कभी नही ।
Now or Never
So, my dear divine brothers and sisters....please don't miss AMRITVELA....it's very precious time for each and every child of baba..!!
If we miss AMRITVELA....then for Kalpa Kalpa we miss it..!
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